एलन मस्क की ब्रेन-मशीन इंटरफेस स्टार्टअप न्यूरालिंक, दुनिया भर के मरीजों के लिए अपने परीक्षण कार्यक्रम का विस्तार करना चाहती है। एक अमेरिकी मरीज में अपना पहला उपकरण प्रत्यारोपित करने के बाद, कंपनी अब अपनी प्रौद्योगिकी के विकास में तेजी लाने के लिए इसके व्यापक उपयोग का लक्ष्य बना रही है।
न्यूरालिंक का वैश्विक विस्तार
- संयुक्त राज्य अमेरिका से बाहर क्लिनिकल परीक्षण: न्यूरालिंक अब अमेरिकी बाजार तक सीमित नहीं है और अपने मस्तिष्क प्रत्यारोपण का परीक्षण करने के लिए अन्य देशों में भी प्रतिभागियों को शामिल करना चाहता है।
- उत्साहवर्धक पहली सफलता: जनवरी 2024 में संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रत्यारोपित किये गए पहले रोगी में इस प्रौद्योगिकी के अनुकूलन के आशाजनक संकेत दिखे।
मस्तिष्क-मशीन इंटरफेस के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़
अपने अंतर्राष्ट्रीय विस्तार के साथ, न्यूरालिंक स्वयं को चिकित्सा नवाचार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर रहा है। यदि इसके बड़े पैमाने पर नैदानिक परीक्षण सफल होते हैं, तो यह तकनीक विकलांग रोगियों की देखभाल में बदलाव ला सकती है और मनुष्यों और मशीनों के बीच बातचीत में नए दृष्टिकोण खोल सकती है।
न्यूरालिंक के लिए अवसर और चुनौतियाँ
अवसर :
- अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसे अपनाने से नैदानिक और विनियामक सत्यापन में तेजी आ सकती है।
- मोटर और संज्ञानात्मक विकारों के उपचार में प्रमुख चिकित्सा प्रगति।
चुनौतियाँ:
- प्रत्येक देश में चिकित्सीय एवं नैतिक प्राधिकरण प्राप्त करना।
- मस्तिष्क प्रत्यारोपण की सुरक्षा और दीर्घकालिक प्रभावों के बारे में चिंताएं।
निष्कर्ष
न्यूरालिंक ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों की भर्ती करके एक और कदम आगे बढ़ाया है। यदि यह विस्तार सफल होता है, तो यह मस्तिष्क-मशीन इंटरफेस के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है तथा तंत्रिका संबंधी विकलांगता से पीड़ित रोगियों के लिए नए समाधान प्रस्तुत कर सकता है।